जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने गुरुवार को बांदीपारो जिले से आतंकियों की मदद करने वाले मंजूर अहमद वाणी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि वाणी आतंकियों को सुरक्षाबलों की गतिविधियों के बारे में जानकारी देता था। एएसपी राहुल मलिक ने बताया कि पुलिस और सुरक्षाबलों ने वाणी को गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाया था। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।
दरअसल, 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी करने के बाद से ही सेना द्वारा आतंकियों और उनकी मदद करने वालों के खिलाफ सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को सेना ने पुलवामा इलाके में आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया था, जो मंगलवार देर शाम तक जारी रहा।
इस दौरान सुरक्षाबलों ने हिजबुल के दो आंतकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों की पहचान इरफान नैरा और इरफान राथर के तौर पर हुई। नैरा 2016 से और राथर 2017 से कश्मीर में सक्रिय था। दोनों पर सुरक्षाबलों के गश्ती दल पर हमला करने का आरोप था। सरकार पहले ही घाटी में आतंकियों से निपटने के लिए सेना, नौसेना और वायुसेना के विशेष दस्ते की नियुक्ति कर चुकी है।